गलत फहमी, short story

पापा : चिंटू ! मैं तुम्हारे लिए एक सरप्राइज लेकर आई हूँ। तुम इसे खेल सकते हो अगर तुम अपना खाना खत्म कर दो। ठीक है? 
बच्चा केवल हाँ में सिर हिलाता है।

गंगू बाई : अरे चिंटू, रसोई में केक है। क्या तुम अभी केक खाना चाहते हो ? मैं अभी लेकर आती हूं।

बच्चा हाँ में सिर हिलाता है।

पापा : रुको, यह तुम क्या कर रही हो ? 

गंगू बाई : मैं केक को यहाँ रख रही हूँ! 

पापा : ठीक है, जाओ और उसे एक अलग प्लेट में रख कर लाओ। 

गंगू बाई : ओह, देखो यह स्पून तो गन्दा है, मैं तुम्हारे लिए एक नया स्पून लाती हूँ।

 पापा : तुम यह चम्मच से खाओ। 

गंगू बाई : यह मेज़ बहुत चिकना है! लाओ, इसे मैं अभी साफ कर देती हूं।

पापा : यह तुम क्या कर रही हो ? 

गंगू बाई : ohh, sorry मुझ से ग़लती से खाना गिर गया।, मैं अभी साफ कर देती हूं।

पापा : तुम इस घर में कितने समय से काम कर रही हो? 

गंगू बाई : 2 महीने से। 

पापा : तो आज यह तुम्हारा आखिरी दिन होगा।

गंगू बाई : चिंटू, मुझे लगता है कि तुम्हारे पापा का इरादा कुछ ठीक नहीं लग रहा है, चलो हम पुलिस को बुलाते है।

बच्चा हाँ में सिर हिलाता है। 

गंगू बाई : मैंने पुलिस को फोन कर दिया है, वह अभी आती ही होगी। वे इस बात का पता लगा लेंगे, ठीक है?

पापा अपनी गर्ल फ्रेंड से: तुम्हारा क्या मतलब है, यह काम नहीं किया ?

 वे चर्चा कर रहे हैं। गंगू बाई उनकी बातें सुन लेती है। 

पापा : चिंटू ने अब तक कुछ नहीं खाया, ये गंगू बाई ने सब कुछ खराब कर दिया। 

फ्रेंड : धिक्कार है... अब क्या ?

पापा : चिंता मत करो... ठीक है ? हमारे पास अभी भी एक और बोतल है। 

पापा : यही वही बोतल है, जो इसकी मा भी पिया करती थी। लेकिन अब हमारे पास समय कम है। उसे अब इस दवाई को पीना ही होगा। 

पापा : अरे, शांत हो जाओ!

गंगू बाई : तो यह बात है... साहेब तो, हमारे चिंटू से छुटकारा पाना चाहते हैं, जैसे उन्होंने उसकी माँ से छुटकारा पाया था। मैं ऐसा नहीं होने दूंगी। हमें यहाँ से तुरंत निकलना होगा।

 बच्चा: मैं ठीक नहीं हूँ। 

गंगू बाई : ठीक है, हम पुलिस स्टेशन जाएंगे। वे हमारी मदद करेंगे। 
उसी वक्त चिंटू बेहोश होकर जमीन पर गिर जाता है।

गंगू बाई : चिंटू, चिंटू उठो! 

पापा : वे वहाँ हैं! 

गंगू बाई : ओह, चिंटू उठो!

 पापा : उसे छोड़ दो! 

गंगू बाई : नहीं! मैं सब कुछ जानती हूँ! तुमने उसे जहर दिया है ! 

पापा : शांत हो जाओ! 

गंगू बाई : वह तुम्हारा बेटा है! तुमने उसके साथ ऐसा कैसे किया? तुमने उसकी माँ के साथ ऐसा कैसे किया? 

पापा : चुप रहो!

फ्रेंड उसे दवा देती है और वह ठीक हो जाता है।

गंगू बाई : क्या हुआ ? वह ठीक है ?

पापा : हा, शायद अब वह ठीक है। मेरा बेटा ठीक है।
गंगू बाई : मैं कुछ समझी नहीं। ये क्या हो रहा है।

पापा : यह मेरे बेटे की एंटीडोट दवाई है, जो बहुत कड़वी होती है और इसलिए हम इसे खाने में मिला कर पिलाते है, ताकि इसे दवाई कड़वी न लगे, मेरी पत्नी को भी यही बीमारी थी, मगर उस वक्त मुझे यह दवाई मिली नहीं और उसने अपनी जान गंवा दी।

Bela...

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