short film

     Komal ( फूल )

       एक दिन हेतल ने फूल बेचने वाली एक 12 साल की लड़की से पूछा,  मैं तुम्हें अपनी ऑफिस से रोज़ देखता हूं, तू हर रोज सुबह यहां वक्त पर फूल बेचने आ जाते हो, और दिन भर में भी सब के घर घर पूजा के फूल देने जाती हो, तुम इतना काम कैसे और क्यों करती हो ? तुम्हारे मा और पापा कहां है और वे क्या करते है ?
तब उस बच्ची जिसका नाम कोमल था, उस ने कहा, कि " जी साहेब, यह फूल बेचने का काम पहले मेरे पापा करते थे, जो अब इस दुनिया में नहीं रहे, मेरा भाई छोटा है, जिसे मुझे पढ़ाना है, मेरी मां घर पर है, लेकिन वह देख नहीं सकती। इसलिए मुझे काम करना पड़ता है।

हेतल ने कहा, तो तुम मुझे यह बताओ, कि मैं तुम्हारे लिए क्या कर सकता हूं ? अगर मुझे तुम्हारी मदद करनी है, तो मैं वह कैसे करु ?

उस लड़के ने कहा, जी साहेब, आप बस मुझ से यह फूल रोज खरीदिए और अपने दोस्तों को भी कहे, यह फूल मुझ से ही ले, ताकि मेरे सारे फूल रोज बिक जाए, और में अपने भाई को अच्छे से पढ़ा सकू और अपने घर भी चला सकू, मैं अपने परिवार को एक अच्छी सी ज़िंदगी देना चाहती हूं और जिस से मैं अपनी की आंखों का ऑपरेशन करवा सकू, जो अपने बच्चे को प्यार तो करती है, लेकिन उसे कभी देख नहीं सकती, अपने बच्चे को अपने हाथों से खाना बनाकर खिलाना चाहती तो है, लेकिन आँखें न होने के कारण कभी डाल में या सब्जी में नमक की जगह चीनी तो चीनी की जगह नमक डाल देती है, और फिर पता चलने पर चुपके से रोती है।

यह सुनकर हेतल की आँखें भर आती है, और वह कोमल के सिर पर हाथ रखकर वाहन से चले जाते है। फिर दूसरे दिन हेतल अपने हाथों में कुछ पैसे और स्कूल का फॉर्म लेकर कोमल के पास जाते है। कोमल।के हाथों में पैसे और स्कूल का फॉर्म देते हुए
हेतल : यह लो, कोमल कुछ पैसे जिस से पहले तुम अपनी मा के आंखों का ऑपरेशन करवाओ और यह स्कूल का फॉर्म है, तुम भी कल से स्कूल भी जाओगी, क्योंकि तुम्हें भी पढ़ाई की उतनी ही जरूरत है, जितनी तुम्हारे भाई को। 
कोमल : जी नहीं साहेब, मुझे इसकी जरूरत नहीं, मैंने कहा ना, कि आप बस मेरे यह फूल रोज बिकवा दे, तो उसी से मेरा काम हो जाएगा। आपने इतना कहा और किया वही मेरे लिए बहुत है।
हेतल : तुम्हारी ऐसी बात सुनकर मुझे तुम पर और भी गर्व महसूस हो रहा है, कोमल। लेकिन तुम अभी इस बात के लिए बहुत छोटी हो, तुम्हें लगता है, उतनी यह ज़िंदगी आसान नहीं है, इतने पैसे कमाने में तुम्हारी सारी जिंदगी चली जाएगी और तुम्हारी मां का ऑपरेशन भी ना जाने कब होगा, इस से थारी बहुत मादा हो जायेगी और अगर तुम्हारी मां के आंखों की रोशनी वापस आ गई तो वह भी यह फूल बेचने में  तुम्हारी मदद कर सकेगी। तुम दोनों की ज़िंदगी आसान हो जाएगी और अगर कभी चाहो तो यह पैसे तुम उधर के तौर पर रख लो, जब तुम बड़ी हो जाओ और अगर तुम्हारे पास पैसे आ जाए ,तब तुम।इसे वापस कर देना। ठीक है ? 
कोमल : ठीक है, अगर आप इतना कहते है, तो मैं यह पैसे अपनी मा के लिए रख लेती हूं, लेकिन एक ना एक दिन मैं जरूर वापस कर दूंगी।
हेतल ने हंसते हुए कोमल के माथे पर हाथ फेरे और उसके पास से सारे फूल लेकर वहां से चले जाते है। 
Afrer 10 years 
हेतल अपनी ऑफिस में बैठे थे, तभी उनका वॉचमैन चाय लेकर आता है
वॉचमैन : आप इतने साल नहीं थे, तब एक लड़की रोज फूल लेकर आती थी और आप के बारे में पूछा करती थी, आप के ना मिलने पर वह उदास हो जाती और आपके टेबल पर रखे इस फ्लावर वास में वह फूल सजाकर रख के चली जाती थी। 
हेतल : अच्छा, कौन है, वो लड़की ? क्या करती है वह ? 
वॉचमैन : साहेब, वह तो मैंने कभी पूछा नहीं, लेकिन अब वह आयेगी, तो में उस से जरूर पूछूंगा।
हेतल ठीक है, तुम जाओ, में देख लूंगा।
तभी हेतल अपनी कुर्सी पर से उठकर खिड़की के बाहर देखते है, तब उनको याद आता है, की वहां कोने में एक छोटी सी लड़की फूल बेचती थी, वह दुख नहीं रही, इसलिए हेतल ने 






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