( कहानी घर घर की, कहानी हर घर की )
घर की अवस्था
वैसे देखा जाए तो एक हाउस वाइफ, हर घर की शोभा होती है, अगर वह अपना हर काम प्यार से करे तो, घर इतना सुंदर और सुव्यवस्थित नज़र आने लगता है, कि जैसे उसकी किसी के साथ कोई तुलना ही नहीं की जा सकती।
मगर अगर वही हाउस वाइफ अपने ही घर के काम करते वक़्त में ऐसे भाव रखें कि, घर के इतने सारे काम मैं ही क्यों करु ? उसके बदले में मुझे क्या मिलेगा और देखती हूँ, एक दिन मैं काम ना करु तो क्या होता है ? तो घर धीरे धीरे बिखरने लगता है।
इसीलिए एक हाउस वाइफ के विचारों पर ही घर की अवस्था निर्भर करती है।
Bela...
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