भरोसा ( १०० शब्दों की कहानी )
अमेरिका से पियूष अपनी माँ को वृद्धाश्रम में से वापिस अमेरिका ले जाने आया था, बेटे की बात पर भरोसा कर वह जाने के लिए तैयार हो गई, तभी पियूष ने अपनी बैग में से कुछ प्रॉपर्टी के पेपर्स निकाले और बातों बातों में माँ से पेपर्स पर दस्तख़त करवा लिए। सुबह माँ अमेरिका जाने के लिए तैयार हुई तो पियूष का कोई अतापता ही नहीं था। माँ समझ गई, पियूष उसे नहीं, बल्कि उसके पैसे लेने ही आया था, यह सोच पियूष की माँ की आँखें भर आई। " माँ का भरोसा एक बार फ़िर से उसके बेटे ने तोड़ दिया। "
Bela...
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