तेरे प्यार में

           तेरे प्यार में
   
      कुछ मेरी आँखों के आँसू, जो मैंने अब तक बचाके रखे थे तेरे इंतज़ार में, दिल करता है, वह भी आज बह जाने दूँ, तेरे प्यार में, इंतजार की जो खुशी थी मुझ में कहीं, किसी और के साथ तुझ को देखकर, वह भी आज नहीं रही, मेरी आँखों में, मुझे पता नहीं था, कि मेरे इतने बरसों का प्यार, आज मुझ से दूर जाते हुए, मैं बस देखता रह जाऊँगा, तेरे प्यार में।
      फिर भी तुम्हारे साथ के बिना जो कुछ भी मेरी जिंदगी में संभव नहीं था, वह सब भी आज संभव लगने लगा, तेरे जाने के बाद।              इसलिए अब मुझे एक बात समझ में आ गई, कि हम दोनों एक दूसरे के लिए कभी बने ही नहीं थे, ये तो बस मेरा तुम्हारे लिए एक लगाव सा था, जिसे हम प्यार समझ बैठे, मगर मैंने अगर तुमसे सच्चा प्यार किया होता, तो आज मैंने तुम को ऐसे बँधन में बाँध दिया होता, कि तू मुझ से दूर किसी और के साथ जाने के बारे में सोच भी नहीं पाती, लेकिन अब मेरी समझ में आया, कि वह प्यार था ही नहीं, वह तो १६ साल की उम्र में एक लड़का और लड़की के मन में जो एक दूसरे के लिए लगाव महसूस होता है, उसे हम प्यार समझ लेते हैं, असल में वह एक लगाव के अलावा और कुछ भी नहीं होता। एक बात और समझ में आ रहीं है, कि शायद बचपन का प्यार लगाव होता है और जवानी का प्यार ज़िम्मेदारी, बुढ़ापे में लगता है, जो हमारे साथ था, उसी से हमें प्यार था, बस हम ने उस प्यार को समझ ही नहीं पाए या कहूँ तो जैसे वह प्यार समझने में थोड़ी देर कर देते है हम।

स्वरचित
तेरे प्यार में 
Bela...

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