मन के विचार
आँखों में सजाए है,
बहुत से सपने,
बस उन्हीं सपनों के साथ
चलो फिर से एक बार
ज़िंदगी जी लेते है,
बीते हुए उन लम्हों को
याद कर लेते है,
जब किसी ज़माने में
बंद आँखों से सपने
देखा करते थे,
आज उन सपनों को
पूरा करने का
वक़्त आ गया है,
फिर से ज़िंदगी
जीने का वक़्त आ गया है। ।
स्व-रचित
Bela...
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