KABHI-KABHI ( shayari )

              कभी-कभी 

कभी-कभी 
प्यार करने के लिए 
कुछ मुलाक़ातें ही
काफी हो जाती हैं, 
तो कभी-कभी सारी 
उम्र का साथ भी कम
पड़ जाता है। 

स्व-रचित 
Bela... 





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