तू चाहिए
तू चाहिए,
ये ज़िद्द है मेरी मुझे बस तू ही तू चाहिए,
मेरी हर सुबह और शाम में तू चाहिए,
ज़िंदगी के हर सफर में तू ही तू चाहिए,
जीने को मुझे बस तू ही तू चाहिए,
ज़िंदा रहने को मुझे बस तू ही तू चाहिए,
दिल में अगर कोई दर्द है,
तो उसकी दवा भी तू चाहिए,
फिर अंजाम जो चाहे हो मेरा,
तू पास चाहिए,
मेरे ज़ख्मो को तेरी चुभन चाहिए,
मेरे खवाब में तू चाहिए,
मैं अगर आँखें खोलूँ तो नज़रों के सामने तू चाहिए,
मैं अगर रुठु तो, मुझे मनाने के लिए तू चाहिए,
मैं अगर पलकें ज़ुकाऊ तो,
पलकों के तले तेरी तस्वीर चाहिए,
मेरे दिल को सुकून चाहिए,
आँखों में एक सपना हो, तो तेरा चाहिए,
दिल को तेरी मौजूदगी का एहसास चाहिए,
मुझे हर पल, हर जगह तू चाहिए, बस तू ही तू चाहिए।
Bela...
Comments
Post a Comment