माननीय एडमिनजी,
मेरा नाम बेला पुनिवाला है। में एक हाउसवाइफ हूँ और अपने buzy sidual में से अपने लिए कुछ वक़्त निकालकर मैंने ८ महीने पहले ही लिखना शुरू किया है, वैसे तो मुझे हिंदी साहित्य का ज्ञान नहीं है, मगर हिंदी में कहानियाँ लिखना और पढ़ना पहले से ही मुझे अच्छा लगता है, अब मेरे ख़यालो और मेरे विचारों को अपने शब्दो में पिरो कर लोगो तक पहुँचाना चाहती हूँ। मैंने अपना blog भी बनाया है और अब में face book पे अपनी कहानियाँ पोस्ट करती हूँ। मेरी एक कहानी "शब्दों की आत्मा " पत्रिका के लिए चुनी गई है। उस कहानी का नाम "सीख " है, जिसमें एक पिता अपनी बेटी को ज़िंदगी जीने का सही तरीका सीखा रहे है। और मुझे ये बताते हुए बहुत ख़ुशी हो रही है, कि आपके " कहानियाँ दिल को छू जाए " मंच पर मेरी हर कहानी को आप सभी ने बहुत पसंद की है, और मेरी कहानी को बहुत ज़्यादा like and comment भी मिल रही है, तो मुझे इस से और अच्छा लिखने की प्रेरणा मिल रही है। आप सभी एडमिन और ग्रुप मेंबर्स का बहुत बहुत धन्यवाद मेरी कहानी को आपके मंच पर प्रस्तुत करने के लिए और उसे बढ़ावा देने के लिए। आशा करती हूँ, कि आगे भी आप सभी को मेरी कहानी ऐसे ही पसंद आएँगी और आप सब का प्यार यूँही मिलता रहेगा।
शुक्रिया
Bela puniwala
Mumbai
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