हम - तुम
तो दोस्तों,
आज हम बात करते है, लड़का और लड़की के बारे में।
कभी आपने सोचा है, की भगवान् ने इंसान को बनाया, और उस पे भी इंसान को दो नाम दे दिए, या फीर कहुँ, तो इंसान को दो हिस्सों में बाँट दिया।
" एक लड़का और एक लड़की "
दोनों की personality अलग - अलग
दोनों की feelings भी अलग - अलग
दोनों की ज़रूरते भी अलग - अलग
लड़कियों को किसी ऋषि मुनि का श्राप लगा हो या कोई और बजह हो, शायद इसीलिए लड़कियाँ अपना दर्द छुपा नहीं सकती, वह अपनी आपबीती अपने किसी ना किसी दोस्त या रिश्तेदार को ज़रूर बताती है, वह sharing में ज़्यादा believe करती है, मतलब की अपने दिल की बात, या फिर अपनी कोई चीज़, या कहुँ तो अपना मान, सम्मान, प्यार भी share करने में शायद वह कभी पीछे नहीं रहती।
इस से उल्टा लड़के अपना दर्द छुपा सकते है, या एक लड़का होने के नाते वह अपना दर्द छुपाते है, लड़के अपने दिल की बातें शायद ही किसी से share करते हो, या कर पाते हो, मतलब की वह चाहने पर भी किसी दोस्त या अपने किसी रिश्तेदार को उनके अंदर क्या तूफ़ान चल रहा है, नहीं बता पाएँगे। हां शायद उनको बार बार पूछने पर वह बता भी दे। लड़के हर समय अपनी ज़िम्मेदारियों में उलझे रहते है, लड़के को अपना मान और सम्मान बहोत प्यारा होता है, लड़के को अगर आप थोड़ा सा भी कुछ ज़्यादा बुरा भला कहो तो उन्हें तुरंत बुरा लग जाता है, उनका ego तुरंत hurt हो जाता है, उन्होंने अपने आसपास एक औरा बना के रखा है कि जैसे, वह सब बहोत ताकतवर है और वह किसी के सामने झुकेंगे नहीं, या शायद झुकना उनकी शान की खिलाफ है, उस में लड़कियों के सामने तो कभी भी नहीं। ज़्यादातर लड़के ऊपर से बहोत सख़्त होते है, मगर अंदर से बिल्कुल नरम।
इस से उल्टा लड़कियों का दिल कोमल होता है, उनके दिल में प्यार, दया और करुणा होती है, सब को माफ़ कर देने की वृत्ति लड़कियों में बहुत ज़्यादा है, खासतौर से अपने बच्चों को वह बहुत जल्दी और बहुत बार माफ़ कर सकती है।
इस से उल्टा, बहुत कम लड़के किसी को जल्दी माफ़ कर पाते है। क्यूँकि उनको थोड़ा वक़्त लगता है, किसी को समझने में, जानने में, पहचान ने में।
लड़कियाँ कोई भी फैसला अपने दिल से लेती है और लड़के अपना हर फैसला सोच समझकर, अपने दिमाग से लेते है।
ज़्यादातर लड़के अपने problems अपने आप ही सुल्झाने की कोशिश करते है, इस से उल्टा लड़कियाँ अपनी प्रोब्लेम्स अपनी friends के साथ share करती है।
लड़कियाँ अपना कोई छोटा - बड़ा decision लेने से पहले सोचती बहुत ज़्यादा है, इस से उल्टा शायद लड़के कोई भी छोटा-बड़ा decision लेने में ज़्यादा सोचते नहीं, वह अपना फैसला तुरंत ले लेते है।
इस से उल्टा, लड़कियाँ शॉपिंग करने में बहुत वक़्त लगा देती है, वह एक चीज़ खरीदने के लिए उस चीज़ की kwality, price, अपना बजेट, सब देखती है, अच्छी चीज़ खरीदने के चक्कर में वह सारा market घुमती है। कभी कभी तो अगर उसे अपनी पसंद की चीज़ ना मिले तो वह खाली हाथ वापस भी आ जाती है, शॉपिंग के मामले में लड़कियाँ ज़्यादा choosy होती है। लड़कियाँ अपने शॉपिंग में clothes लेना ज़्यादा पसंद करती है।
लड़के gadgets और machines में ज़्यादा interest दिखाते है, जिसकी वजह से वह ज़यादा logical होते है और लड़कियाँ लोगो में interest दिखाती है, जिस से वह ज़्यादा creative होती है, पर इस के बावजूद दोनों genders का average IQ ज़्यादातर same ही रहता है,
लड़कियाँ अपनी सुंदरता पर ज़्यादा ध्यान देती है, लड़कियाँ हर वक़्त सब से ज़्यादा खूबसूरत दिखना पसंद करती है।
इस से उल्टा लड़के अपनी skills और success पे ज़्यादा ध्यान देते है। वह औरत से ज़्यादा practical होते है।
लड़कियाँ तैयार होने में बहुत ज़्यादा वक़्त लगाती है, कहीं पे जाने से पहले वह तीन या चार ड्रेस तो change कर ही लेती है, उनके पास पूरी अलमारी भर के कपडे होते है, फिर भी कहीं पे जाते वक़्त अलमारी के सामने खड़े रहकर सोचती है, कि मेरे पास तो कुछ अच्छे कपडे ही नहीं, और लड़के इन सब चक्कर में ना पड़कर अलमारी में से जो कपडे अच्छे लगे वह निकाल के पहेन लेते है।
ज़्यादातर लड़कियाँ अपनी चीज़ें अपनी अपनी जगह पे रखने की आदि होती है, उनको साफ सफाई पसंद है, आज कल लड़कियोँ को dependent रहना पसंद नहीं है। वह अपना काम खुद करना पसंद करती है।
उन से उल्टा लड़के के कमरे और अलमारी में कुछ भी सही तरीके से नहीं दिखेगा, सब कुछ बिखरा हुआ रहता है, वह हमेशा जल्दी में रहते है और घर से बाहर निकलते वक़्त कुछ ना कुछ भूल ही जाते है। घर में ज़्यादातर वह लड़कियोँ पे depandent रहते है।
अब दोस्तों, सब से ज़्यादा ज़रूरी बात।
अब आप ही बताइए, कि एक लड़की को अपनी ज़िंदगी में सब से ज़्यादा क्या चाहिए ? उनकी असली ज़रूरत क्या है ?
सोना, चांदी, मोटर, बंगला, हिरे, ज़ेवरात, शानो - शोहरत, मान - सम्मान ?
नहीं, कुछ भी नहीं। ज़्यादातर लड़कियोँ को इन में से कुछ भी नहीं चाहिए। उन्हें चाहिए, तो बस " प्यार " मेरी नज़र से देखो तो लड़कियोँ की सबसे बड़ी ज़रूरत या उसका गेहना, या फिर कहो तो उसकी कमज़ोरी, बस प्यार ही है।
लड़कियोँ को अगर कही से भी ज़रा सा भी प्यार मिल जाए तो वह उस ओर खींची चली जाती है, उसे मानो अपना स्वर्ग मिल गया हो, ज़्यादातर लड़कियाँ सपनो की दुनिया में रहने की वजह से, ज़्यादातर वह सपनो की दुनिया में चली जाती है, अगर कोई उनकी तारीफ़ करे या प्यार से कुछ कह दे तब भी वह उनकी ओर खींची चली जाती है, जिस से वह प्यार पाती है, उसके लिए वह बिना सोचे समजे, कुछ भी करने को तैयार हो जाती है, और यही वह गलती कर बैठती है।
और कई लड़के इसका फायदा उढ़ाकर उसे हर्ट करते है, उसे धोखा दे देते है, प्यार का नाटक करके उसे use करते है, बाद में कचरे की तरह dustbin में डाल देते है।
और मेरे मुताबिक सारी गलती लड़के की ही हो ये ज़रूरी नहीं, कई बार लड़कियाँ ही प्यार के बेहकावे में आकर ग़लत फैसला ले लेती है और बाद में पछताती है, बस यही ग़लतफहमी से बचने के लिए लड़की को बहुत ही समज़दारी से काम लेना होगा। और अपने को उन सारे लड़के से बचाना होगा जिनकी सोच ऐसी गन्दी होती है।
लेकिन जहाँ तक मुझे पता है, वहाँ तक सारे लड़के ऐसे नहीं होते, ये काम उन लोगो का है, जिनको ज्यादातर कुछ काम नहीं होता, जिनके जीवन में कुछ लक्ष्य नहीं होता, जिन्हें अच्छे - बुरे की समझ नहीं हो। वैसे भी लड़कों को पता चल जाता है अगर उसके साथ कोई लड़की cheat कर रही हो तो।
लेकिन दोस्तों, आज कल ज़माना बहुत आगे बढ़ गया है, तो इस techonology के ज़माने में ऐसा कभी कभी हो भी सकता है, कि दोनों की personality और पसंद एक ही हो, मगर शायद एक ही तरह के दो इंसानों का साथ में रह पाना भी मुश्किल हो सकता है। आप सोचेंगे वो भला कैसे ? तो इसकी बात हम अपने दूसरे blog में लिखेंगे।
तो दोस्तों, ऐसी बहोत सी आदतें, जो लड़कियोँ को लड़के से और लड़कों को लड़कियोँ से अलग करती है,
" It's a different type of personality "
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Bela...
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